आज सोमवार, आश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि है।
आज उत्तरा फाल्गुनी/हस्त नक्षत्र, “राक्षस” नाम संवत् 2079 है।
👆 ( उक्त जानकारी उज्जैन के पञ्चाङ्गों के अनुसार है)
👉 आज मातामह और मातामही (नानाजी – नानीजी) का श्राद्ध है।
👉 आज से शारदीय नवरात्र प्रारम्भ।
👉 देवी का आह्वान, स्थापन और विसर्जन – ये तीनों प्रातः काल में होते हैं।
👉 आरम्भ में शुभ स्थान पर मिट्टी की वेदी बनाकर उसमें जौं या गेहूॅं बोये। उन पर यथा सामर्थ्य कलश स्थापित करें।
👉 सात्त्विकी पूजा का सर्वाधिक प्रचार है। गणपति, मातृका, लोकपाल, नवग्रह और वरुण का पूजन, स्वस्तिवाचन और मधुपर्क ग्रहण करके प्रधान मूर्ति की वेद विधि या पद्धति क्रम से पूजा करें।
👉 नवरात्र में महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती का पूजन तथा सप्तशती का पाठ मुख्य है।
👉 नवरात्र में नौ दिन या 7 दिन या 5 दिन या 3 दिन या आरम्भ या समाप्ति के दिन व्रत करें।
👉 नवरात्र व्रत में “कुमारी पूजन” परम आवश्यक माना गया है।
👉 नवरात्र में किसी को मन्त्र सिद्ध करना हो तो उसका नौ दिन तक जप जरूर करना चाहिए।
विजय अड़ीचवाल
🌹 आज का विप्र जगत् पञ्चाङ्ग 🌹
(उज्जैन के पञ्चाङ्गों से साभार)
🌞 दिनांक 26 सितम्बर 2022, सोमवार
👉 आश्विन शुक्ल प्रतिपदा रात्रि 3:18 बजे तक, पश्चात द्वितीया तिथि
👉 आज राष्ट्रीय सौर तिथि 4 आश्विन (इषमास) 1944, युगाब्द 5124 है।
🌞 इन्दौर का सूर्योदय : प्रातः 06:21
🌞 इन्दौर का सूर्यास्त : सायं 06:19 बजे
👉 अयन : दक्षिणायन
🌧️ ऋतु : शरद
👉 नक्षत्र : उत्तरा फाल्गुनी प्रातः 7:13 बजे तक, पश्चात हस्त
👉 योग : शुक्ल प्रातः 10:23 बजे तक, पश्चात ब्रह्म योग
👉 राहुकाल : स्थानीय समयानुसार प्रातः 7:30 से 9:00 बजे तक
👉 दिशाशूल – पूर्व दिशा में
🙏 प्रस्तुति : विजय अड़ीचवाल