Indore. कांग्रेस(Congress) का कहना है इंदौर शहर को ये सफलता बीजेपी (BJP) ने नहीं दिलाई बल्कि इस शहर के लोगों का जज्बा और जुनून ही कुछ ऐसा है कि वे जो ठान लेते हैं उसे करके दिखाते हैं. यहां के लोगों ने सफाई को अपनी आदत में शुमार कर लिया है
इंदौर (Indore) देश और दुनिया में अपनी स्वच्छता को लेकर खास पहचान बना चुका है. वो लगातार चार बार देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया जा चुका है. यही वजह है कि इस बार नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी (BJP) सफाई के नाम पर वोट मांगने जा रही है. लेकिन कांग्रेस को ये रास नहीं आ रहा. वो नगर निगम कर्मचारियों की गुंडागर्दी याद दिला रही है.
बीजेपी सफाई को एक बड़ा मुद्दा बनाने जा रही है. वो स्वच्छता के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी, लेकिन कांग्रेस को इस पर आपत्ति है. कांग्रेस सफाई का श्रेय शहर की जनता को दे रही है.
बीजेपी ने कहा ये हमारा प्रयास
इंदौर में बीस साल से नगर निगम पर बीजेपी का कब्जा है. पिछले पांच साल तक मेयर रहीं मालिनी गौड़ के कार्यकाल में इंदौर एक नहीं बल्कि चार चार बार सफाई में नंबर वन आया. इस बार सफाई का पंच लगाने की तैयारी है. इसलिए नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी सफाई को बड़ा मुदुदा बनाने जा रही है. निवर्तमान महापौर मालिनी गौड़ का कहना है शुरुआत में शहर में साफ-सफाई के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ी थी. यही वजह रही कि एक नहीं बल्कि चार बार इस शहर ने स्वच्छ शहर का गौरव हासिल किया है. ये उनकी मेहनत का नतीजा है. इसलिए नगर निगम चुनाव में सफाई ही मुख्य मुद्दा होगा. गौड़ का दावा है सफाई के लिए उन्होंने जो सिस्टम बना दिया उसे लेकर आगे चलेंगे तो इंदौर हमेशा नंबर वन बना रहेगा.
कांग्रेस ने कहा-नगर निगम की गुंडागर्दी भूल गए
कांग्रेस का कहना है इंदौर शहर को ये सफलता बीजेपी ने नहीं दिलाई बल्कि इस शहर के लोगों का जज्बा और जुनून ही कुछ ऐसा है कि वे जो ठान लेते हैं उसे करके दिखाते हैं. यहां के लोगों ने सफाई को अपनी आदत में शुमार कर लिया है. यही वजह रही कि इंदौर स्वच्छता में लगातार नंबर वन आ रहा है. इसका श्रेय बीजेपी को लेने की बजाय जनता को देना चाहिए. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अनुरोध ललित जैन का कहना है निकाय चुनाव में नगर निगम की गुंडागर्दी मु्ददा बनेगी. बीजेपी की शह पर नगर निगम के कर्मचारियों ने किस तरह गरीब लोगों के ठेले पलटाए गए, सफाई के नाम पर बुजुर्गों को शहर के बाहर फिंकवा दिया गया.
रोज नयी रणनीति
नगर निगम चुनाव अभी दूर हैं ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस जनता तक जाने के लिए रोज नई रणनीति बना रही है. नये मुद्दों की तलाश की जा रही है. स्वच्छता के मुद्दे पर दोनों ही दल आमने सामने हैं.
