शौर्य दिवश अर्थात 6 दिसम्बर 1992 को राम जन्म भूमि के ऊपर से बाबरी कलंक का विध्वंस जग जाहिर है, लेकिन इस शौर्य दिवश को मनाने का अवसर ठीक वैसा ही है जैसे अपनो के बलिदान के बाद मिली देश की स्वतंत्रता का उत्सव, शौर्य दिवश के पूर्व 1990 मे राम भक्तो का पवित्र लहू जो जन्म भूमि अयोध्या मे उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बहाया गया उसी रक्त की ललकार ने बाबरी कलंक को ध्वस्त कर दिया साथ ही अत्याचारी सरकार का भी अंत होगया।
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाक्ष राकेश तिवारी ने जारी प्रेस वयान मे कहा की संगठन के राष्ट्रीय महासचिव देवेन्द्र पाण्डेय जी के बाये पैर मे जन्म भूमि आंदोलन के दौरान लगी मुलायम सिंह की गोली को स्वीकार करते हुए देवेन्द्र पाण्डेय के जो हिंदुत्व की हुंकार भरी वह देशभर के हिंदुबादियो के लिए प्रेरणा का आधार है, हिंदुत्व का पवित्र लहू देकर ही हमे जन्म भूमि मिली है , जिन लोगो ने अपने जान की पर्बाह् किये बगैर सतत् संघर्ष किया उन वीर सपूतो पर हमे गर्व है ।
राकेश तिवारी ने कहाँ की अभी हमारा शौर्य अधूरा है क्यो की हमारी अंगिनत धार्मिक धरोहरे गुलामी की कालिख मे आज भी डूबी है, जिनकी आज़ादी के बगैर हिंदुत्व का शौर्य पूर्ण नही और हिंदू को विश्राम नही ।
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेन्द्र पाण्डेय ने कहाँ की पैर में गोली खाने से हमे हमारी संस्कृति वापस मिली, हमारे अनेको साथी इस आँदोलन मे शहीद हुए जिन पर हमे भर नही सम्पूर्ण विशव को गर्व है, पांडेय ने कहा अभी तो हमारे पैर मे गोली लगी थी धर्म और राष्ट्र की रक्षा हेतु यदि सीने मे गोली झेलनी पड़े तो भी हमे दर्द नही होगा ।
राकेश तिवारी ने कहाँ की हिंदू महासभा ने हमेशा ही सनातन और संतो के रक्षार्थ संघर्ष किया जो आज भी जारी है, हिंदू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेन्द्र पाण्डेय के नेतत्व मे जल्दी ही इंदौर मध्य प्रदेश से हिंदुत्व के सम्मान हेतु हुँकार भरी जायेगी जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं ।