[राजवर्धन शांडिल्य]| थाना बाणगंगा क्षेत्र में पुलिस की मौन स्वीकृति से आए दिन अवैध बोरिंग का मामला अपने परवान चढ़ रहा है। एक तरफ सांवेर उपचुनाव को लेकर यह क्षेत्र आचार संहिता के दायरे में है। कलेक्टर द्वारा इस क्षेत्र में धारा 144 भी लागू है। ऐसे में आज रविवार के दिन निगम के जोन क्रमांक 17 व थाने से चंद ही दूरी पर दिव्य विहार कॉलोनी (लोटस पार्क के पास) सिद्धार्थ होटल से लगा हुआ है जहां अवैध बोरिंग का निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है हालांकि थाना बाणगंगा को इसकी सूचना पूर्व से ही है पर वह अंजान बनते नजर आ रहे है। अबैध बोरिग निर्माण में पुलिस की मिलीभगत और भ्रष्टाचार का यह कोई नई बात नहीं है। पिछले डेढ़ 2 माह में यह देखने को मिला है जो बेहद चौंकाने वाली बात है। अवैध बोरिंग की सूचना देने पर सूचनाकर्ता से पुलिस तरह-तरह के सवाल जवाब करती नजर आ रही है तो ठीक वही पुलिस द्वारा शिकायतकर्ता को मौके पर बुलाकर अवैध बोरिंग करने वाले अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से हमला करवा कर दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज करने का जहरीली खेल का सिलसिला शुरू हो गया है। अवैध बोरिंग मामले में पुलिस द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को मुंह चिढ़ाने का काम किया जा रहा है तो ठीक वही केंद्रीय की गाइडलाइन व पर्यावरण भू संरक्षण अधिनियम के सभी नियमों को पैरों तले रौंदने का भी काम किया जा रहा है।
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