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पुतला बनेअधिकारी जनमानस परेशान जबलपुर जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर बसे गोसलपुर क्षेत्र के चहुंओर लगभग एक दर्जन से ज्यादा आयरन ओर एवं ब्लू डस्ट की खदाने संचालित है जहां रात दिन खनन कार्य किया जा रहा है एंव यह खनिज संपदा बड़े-बड़े ट्राला हाइवा में ओवरलोड करकेअन्य महानगरों की ओर भेजा जा रहा है जिससे गोसलपुर क्षेत्र की सडके जैसे हृदयनगर पहुंच मार्ग ,धरमपुरा पहुंच मार्ग ,खिन्नी पहुंच मार्ग,घुटना अगरिया पहुंचमार्ग, कटरा रमखिरिया पहुंच मार्ग, बंधा झांझा पहुंच मार्ग ,पौड़ी सिलुवा पहुंच मार्ग जैसे अनेक पहुंच मार्ग इन पहाड़ की तरह खनिज संपदा से लादे बड़े वाहनों की धमा चौकड़ी के चलते इन सड़कों की स्थिति चकनाचूर हो चुकी है स्मरण रहे की जहां एक और देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के द्वारा देश में ग्रामीण क्षेत्र के आम जनमानस को महानगरों से जोड़ने हेतु सुगम व सहज साधन आवागमन हेतु सड़को की उपलब्धता प्रदान करनेके लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत गांव गांव की सड़क बनाई गई परंतु इन सड़कोंकी भार क्षमता 10 से 15 टन होती है परंतु खनिज कारोबारीयो एंव ट्रांसपोर्ट व्यवसायी के द्वारा शासन के नियम कानून की धज्जियां उड़ते हुए भार क्षमता से पांच गुना अधिक खनिज संपदा ओवर लोड कर इन सड़कों पर अपने वाहनो से धमा चौकड़ी मचाई जा रही हैं जिसके कारण इन सड़कों की स्थिति दयनीय हो गई है। पूर्व में भी अनेकों बार बड़े वाहनों के आतंक से मुक्ति पाने हेतु स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा शिकायत एंव धरना प्रदर्शन सहित अनेकआंदोलनात्मक रवैया अपनाए गए, परंतु खनन कारोबारी के रसूख के सामने जिला व तहसील के जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना,पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कोई भी कार्यवाही करने से कतराते नजर आ रहे हैं जिसके चलते स्थानीय रहवासियों को इन्हीं बदहाल सड़कों पर अपना आवागमन करना पड़ रहा है वही क्षेत्रीय जन कृष्ण कुमार दुबे, ठाकुर महेंद्र सिंह ,मनीष पालीवाल, प्रीतमपटेल, प्रतीक्षा असाटी, लटोरी साहू, सुनील पटैल ,इंदिरा देवी गौर ,नरेश दुबे, नरेश पटैल, ने इस ओर जिला प्रशासन के मुखिया से ध्यान देकर इन ग्रामीण सड़कों में बेलगाम गति से दौड़ते ओवरलोड बड़े वाहनों की धमा चौकड़ी पर रोक लगाने की मांग की है आपको बता दें की पूर्व में बनी इन सडको को उस समय के यातायात दबाव के चलते बनाया गया था परंतु अब इन सड़कों पर भारी वाहनों का दबाव अत्यधिकहोता है जिस कारण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग के अधिकारियों को नए यातायात दबाव के हिसाब से मॉडल सड़कोंका निर्माण कराना चाहिए ताकि लोगों को एक लंबे समय तक इन बदहाल सड़कों के दंश से मुक्तिमिल सके🖋️ जबलपुर संभाग रिपोर्टर पारस गुप्ता की