आज मार्गशीर्ष कृष्ण पंचमी तिथि है
? कन्यादान करने वाले व्यक्ति को उस विवाहित कन्या के घर रुपए देकर भी भोजन नहीं करना चाहिए।
? घर में किसी का जन्म या मृत्यु होने पर ब्राह्मण 10 दिन में, क्षत्रिय 12 दिन में, वैश्य 15 दिन में और चतुर्थ वर्ण एक मास में शुद्ध होता है।
? इसलिए उठावना के नाम पर मृतक के परिजनों को तीसरे दिन मंदिर नहीं जाना चाहिए।
? मृतक के परिजनों को देवस्थान (मंदिर) पर जाकर सीदा भी नहीं चढ़ाना चाहिए। इससे उल्टा दोष लगता है।
? सीदा मंदिर की अपेक्षा गाय को खिलाना अधिक पुण्यदायी है।
? 40 – 45 वर्ष पूर्व उठावना जैसा रिवाज किसी भी समाज में नहीं था।
? माता की मृत्यु होने पर पुत्र को पगड़ी नहीं बांधी जाती है।
? सिर्फ पिता की मृत्यु पर ही पुत्र को पगड़ी बांधी जाती है।
? माता के पूर्व यदि पिता की मृत्यु हो चुकी है तो पुत्र को पहले ही उत्तराधिकारी घोषित कर पगड़ी बांध दी जाती है। इसलिए माता की मृत्यु पर पुत्र को पगड़ी बांधने का कोई औचित्य नहीं है।
? माता की मृत्यु होती है और पिता जीवित है तो पुत्र को पगड़ी बांधना उचित नहीं है।
? पगड़ी सिर्फ उत्तराधिकार नियुक्त करने के लिए प्रतीक स्वरूप बांधी जाती है।
? माता की मृत्यु पर पगड़ी बांधने जैसी मनगढ़ंत और नासमझी वाली रीति-रिवाजों को बढ़ावा नहीं देते हुए इन्हें खत्म करना चाहिए।